umesh-inscript devanagari keyboard for hindi and sanskrit






शिफ्ट के साथ लाल रङ्ग की कुञ्जी 
बिना शिफ्ट के काले रङ्ग की कुञ्जी
AltGr पर बिना शिफ्ट के काले रङ्ग की कुञ्जी एवं AltGr+Shift पर  लाल रङ्ग  में कुञ्जी
बायें हाथ की उँगलियों से टाइप किये जाने वाले अक्षरः-
कनिष्ठा- ो ओ ौ औ ‍ड़ ‍ढ़
अनामिका- े ए ै ऐ ं ँ
मध्यमा- ् अ ा आ म ण
तर्जनी- ि इ ु उ ी ई ू ऊ न ृ व ज्ञ
दायें हाथ की उँगलियों से टाइप किये जाने वाले अक्षरः-
तर्जनी- र ञ प फ ह ङ ब भ स श ल क्ष
मध्यमा- क ख ग घ , ष
अनामिका- त थ द ध ः ।
कनिष्ठा- च छ ट ठ ड ढ ़ ऽ य श्र
AltGr और AltGr+Shift पर स्थित अक्षर, प्रतीक चिह्न आदि  ‍‍‍‍ऌ ‍‍‍‍ ॢ ‍‍‍: ‍‍ळ ‍‘ ‍ ‍‍‍ॡ ‍‍ ॣ ‍‍; ‍‍‍ ‍’ ‍ॐ ‍‍‍. ‍‍ … ‍‍‍‍‍̍  ‍‍‍‍‍‍‍̱ ‍ ॓ ‍“ ‍࿗ ‍ढ़ ‍ ॑ ‍ड़ ‍ ॔ ‍”  ‍‍‍‍‍ॠ ‍‍ ‍‍‍‍ऽ ‍‍ ‍‍? ‍ ‍ ॒ ‍‍
    उमेश-इन्स्क्रिप्ट देवनागरी कीबोर्ड लेआउट, hi-inscript.mim को संशोधित कर हिन्दी एवं संस्कृत के लिए बनाया गया कीबोर्ड लेआउट है जिसमे ऐसी कुञ्जियों को जिनका हिन्दी और संस्कृत में बिल्कुल प्रयोग नहीं होता है, के स्थान पर तथा हिन्दी और संस्कृत की कुञ्जियों को उपयोगिता के आधार पर उन सुविधाजनक स्थानों पर रखा गया है जिससे कि आसानी से टाइप किया जा सके। हिन्दी अङ्क AltGr पर स्थित है तथा पाँच, आठ, नौ अङ्क के मौलिक रुप ‍“फॉण्ट‍” पर निर्भर करते हैं। AltGr कुञ्जीपट को जो‍‍ड़ने की विधि के लिए क्लिक करें यहाँ। इस कीबोर्ड में हिन्दी तथा संस्कृत की सभी कुञ्जियाँ, अङ्क तथा प्रतीक चिन्ह विद्यमान हैं, जिससे पञ्चमाक्षर सहित हिन्दी और संस्कृत को मौलिक रुप मे बहुत ही आसानी से और अभ्यास हो जाने के बाद बहुत ही तीव्र गति के साथ टाइप किया जा सकता है। 

    संस्कृत भाषा में विसर्ग ः का बहुतायत से प्रयोग होता है इसलिए संस्कृत भाषा की दृष्टिकोण से कीबोर्ड में आवश्यक परिवर्तन किए गए हैं जैसे- ः को . कुञ्जी पर रखा गया है जिससे विसर्ग ः को बिना शिफ्ट दबाए ही आसानी से बारम्बार टाइप किया जा सके। प्रारुपित कीबोर्ड में सभी पञ्चम वर्णो को तर्जनी व मध्यमा उँगलियों पर रखा गया है। ञ को पञ्चमाक्षर को ध्यान मे रखते हुए तर्जनी उँगली पर रखा गया है। कनिष्ठा उँगली, उँगलियों के मजबूती के क्रम में कमजोर कडी है।(टॉइपिंग के दृष्टिकोण से तर्जनी, मध्यमा, अनामिका क्रमशः मजबूत कड़ी व कनिष्ठा कमजोर कड़ी मानी जाती है।हिन्दी और अङ्ग्रेजी कीबोर्ड में उँगलियों के रखने का क्रम एकसमान है जिससे व्यक्ति दोनो ही कीबोर्ड पर यानि अङ्ग्रेजी टाइप करने वाला भी, एक समान टाइपिंग कर सके, अलग-अलग होने पर भ्रमित होगा। 
     पञ्चमाक्षर की उपयोगिता एवं उसको कैसे टाइप करना है यह जानने के लिए क्लिक करें यहाँ
 (उमेश-इन्स्क्रिप्ट देवनागरी कीबोर्ड, लिनक्स आधारित आपरेटिंग सिस्टम जैसे- उबन्टू, लिनक्स मिन्ट, मन्जारो लिनक्स, गरु‍ड़ लिनक्स, फेडोरा, डेबियन, बॉस लिनक्स आदि जितने भी लिनक्स सिस्टम हैं- मे ibus, m17nद्वारा तथा विण्डोज OS द्वारा उपयोग मे लाया जाने वाला कीबोर्ड है।) 
    उमेश-इन्स्क्रिप्ट देवनागरी कीबोर्ड को उपयोग करने हेतु इस फाइल को नीचे दिए गए डाउनलोड लिंक से डाउनलोड करके कॉपी कर लें फिर सिस्टम फाइल में जाकर यूजर > शेयर > m17n फोल्डर में पेस्ट करना होगा। पेस्ट करने के लिए यूजर को m17n फोल्डर में माउस को राइट क्लिक कर ओपेन ऐज रुट पर क्लिक कर रुट के रुप में प्रवेश करना होगा फिर m17n फोल्डर में पेस्ट करना होगा फिर कम्प्यूटर को लागआउट कर पुनः लाग इन करना होगा। विण्डोज OS के लिए विण्डोज फाइल को डाउनलोड कर setup.exe को रन कराना होगा।
लिनक्स के लिए hi-umesh-inscript.mim फाइल

विण्डोज OS के लिए setup.exe फाइल

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5 टिप्पणियाँ

  1. (1) हिन्दी में पञ्चमाक्षरों के सही उपयोग का मैं समर्थन करता हूँ। पञ्चमाक्षरों के बदले अनुस्वार का उपयोग करने से भारतीय लिपियाँ अपंग सी हो गई हैं। (2) हिन्दी के साथ विराम चिह्नों (.,;/!?'") आदि का उपयोग निरंतर होता है। अतः इनको कीबोर्ड में यथावत् रखने की नितांत जरूरत होती है। अतः आपके द्वारा सुधार कर बनाया गया इन्स्क्रिप्ट लेआउट सही नहीं लगा। इससे स्पीड नहीं बढ़ेगी। बेहतर होता यदि युनिकोड में देवनागरी के अर्धाक्षरों(मूल व्यंजनों) की एनकोडिंग हुई होती और देवनागरी को linear बनाया जाता तो बहुत कम कुंजियों से ही सारे शब्द टाइप हो पाते।

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  2. हरिराम जी सुझाव के लिए धन्यवाद। कुञ्जियों को उँगलियों के मजबूती के क्रम मे तथा उपयोगिता के आधार पर रखा गया है। रंङ्गों के माध्यम से यह दर्शाया गया है कि कौन सी उँगली से कौन सा अक्षर टाइप किया जायेगा। आप यदि खाका प्रस्तुत करना चाहें तो स्वागत है।

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  3. हरिराम जी आपके सुझावों को ध्यान मे रखकर लेआउट को संशोधित कर दिए हैं।

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  4. लेआउट को AltGr कुञ्जियों के साथ अपडेट किया गया है। AltGr पर अभी और शेेेेेष अक्षरों व प्रतीकों को स्थापित किया जाएगा।

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  5. संस्कृत भाषा में विसर्ग ः का बहुतायत से प्रयोग होता है इसलिए संस्कृत भाषा की दृष्टिकोण से कीबोर्ड में आवश्यक परिवर्तन किए गए हैं जैसे- ः को . कुञ्जी पर रखा गया है जिससे विसर्ग ः को बिना शिफ्ट दबाए ही आसानी से बारम्बार टाइप किया जा सके।

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